रासायनिक समीकरण को संतुलित करने से पहले  हम जानेगे कि की रासायनिक समीकरण किसे कहते हैं ,और सन्तुलित और असंतुलित समीकरण किसे कहते हैं। 

so  let's   start... 

Introduction:- 

  • रासायनिक समीकरण 
  • संतुलित और असंतुलित समीकरण 
  • संतुलित करना

Home page 

read in english click here

रासायनिक समीकरण:-

• रासायनिक अभिक्रिया में भाग लेने वाले पदार्थों व बनने वाले पदार्थों को अणुसूत्रों एवं प्रतीकों द्वारा प्रदर्शित करने की विधि रासायनिक समीकरण कहलाती है। 

जैसे- कार्बन को ऑक्सीजन की उपस्थिति में गर्म करने पर कार्बन-डाईऑक्साइड गैस बनती है।

इसे निम्न रासायनिक समीकरण द्वारा प्रदर्शित किया जाता है

    C   +      O2.                  ➡     CO2

(कोयला)                                              (कार्बन-डाईऑक्साइड )

तीर के निशान के बाईं और दाईं ओर के तत्वों के परमाणुओं की संख्या की गिनती कर उनकी तुलना करें। क्या दोनों ओर तत्वों के परमाणुओं की संख्या समान है? यदि है, तो समीकरण संतुलित है। यदि नहीं, तो समीकरण असंतुलित है क्योंकि समीकरण के दोनों ओर का द्रव्यमान बराबर नहीं है। किसी अभिक्रिया का ऐसा रासायनिक समीकरण ढाँचा रासायनिक समीकरण / कंकाली रासायनिक समीकरण  कहते  है। 

संतुलित करते हैं -

अब हम निम्न रासायनिक समीकरण को संतुलित करने का प्रयास करते हैं:

    Fe + H2O  ➡   Fe3O4  +  H2        ....(1)

 चरण 1: 

                      रासायनिक समीकरण को संतुलित करने के लिए सबसे पहले प्रत्येक सूत्र के चारों ओर एक बॉक्स बना लीजिए। समीकरण को संतुलित करते समय बॉक्स के अंदर कुछ भी परिवर्तन नहीं कीजिए।

 (Fe)+ (H₂O) ➡  (Fe3O4 )  +  (H2 )  ..                                                                     (1.1)


चरण 2: 

असंतुलित समीकरण (1.5) में उपस्थित विभिन्न तत्वों के परमाणुओं की संख्या की सूची बना लीजिए।



 तत्व           अधिकारकों में परमाणुओ             उत्पादों में परमाणुओं की          .el ..                          की संख्या  (LHS)                     संख्या (RHs)

Fe                           1                                                3 

 H                            2                                               2

O                             1                                               4        


चरण 3: -

सुविधा के लिए सबसे अधिक परमाणु वाले यौगिक को पहले संतुलित कीजिए चाहे वह अभिकारक हो या उत्पाद उस यौगिक में सबसे अधिक परमाणु वाले तत्व को चुनिए। इस आधार पर हम Fe, O, और उसके ऑक्सीजन तत्व को चुनते हैं। दाई ओर ऑक्सीजन के चार परमाणु हैं जबकि बाई ओर केवल एक ।

ऑक्सीजन परमाणु को संतुलित करने के लिए:


ऑक्सीजन के परमाणु         अभिकारकों में             उत्पादों में

(i) प्रारंभ में                         1 (H2O में)                4

(II) संतुलित करने के लिए         1x4=4                 4


यह याद रखना आवश्यक है कि परमाणुओं की संख्या को बराबर करने के लिए हम अभिक्रिया में शामिल तत्वों तथा यौगिकों के सूत्रों को नहीं बदल सकते हैं। जैसे कि ऑक्सीजन परमाणु को संतुलित करने के लिए हम '4' गुणांक लगाकर 4 H2O लिख सकते हैं लेकिन H2O4 या (H2O), नहीं। आशिक रूप से संतुलित समीकरण अब इस प्रकार होगा:


(Fe)  +  4(H2O)     ➡   (Fe3O4)  + (H2)

                                                                                               (1.3)

                                         (आशिक रूप से संतुलित समीकरण)


चरण 4:

                      Fe तथा H परमाणु अब भी संतुलित नहीं हैं। इनमें से किसी एक तत्व को चुनकर आगे बढ़ते हैं। अब हम आशिक रूप से संतुलित समीकरण में हाइड्रोजन परमाणु को संतुलित करते हैं: 

हाइड्रोजन परमाणु को बराबर करने के लिए दाईं ओर हाइड्रोजन अणु की संख्या को '4' कर देते हैं।


हाइड्रोजन के परमाणु            अधिकारकों में               उत्पादों में

(i) प्रारंभ में                       8 (4H2O में)                   2

(ii) संतुलित करने के लिए         8                           2x4=8


समीकरण अब इस प्रकार होगा:


(Fe)+ 4 (H2O)    ➡   (Fe3 O4)   +   4(H2)

                                                                                              (1.4)

                                             (आंशिक रूप से संतुलित समीकरण) 

चरण 5: 

                ऊपर दिए समीकरण की जाँच कीजिए तथा तीसरा तत्व चुन लीजिए जो अब तक असंतुलित है। आप पाएँगे कि केवल लोहा ही एक तत्व करना शेष है। जिसे संतुलित करना शेष हैं। 


लोहे (आयरन) के परमाणु             अभिकारकों में          उत्पादों में

(i) प्रारंभ मे                           1(Fe मे)                 3( Fe3O4

(II) संतुलन के लिए                   1x 3=3                    3


Fe को संतुलित करने के लिए बाई ओर हम Fe के 3 परमाणु लेते हैं। 

3(Fe)+ 4 (H2O)   (Fe3O4) + 4(H2)  

                                                                                              (1.5)


चरण 6: 

अंत में, इस संतुलित समीकरण की जाँच के लिए हम समीकरण में दोनों ओर के तत्वों के परमाणुओं की संख्याओं का परिकलन करते हैं।


3Fe + 4H2O    ➡    Fe3O4  +4H2

                                                                                               (1.6)

(संतुलित समीकरण) समीकरण (1.6) में दोनों ओर के तत्वों के परमाणुओं की संख्या बराबर है। अत : यह समीकरण अब संतुलित है। 

चरण 7:-  

               भौतिक अवस्थाओं के संकेत लिखनाः ऊपर लिखे संतुलित समीकरण (1.6) की सावधानी से जाँच कीजिए। क्या इस समीकरण से हमें अभिकारकों तथा उत्पादों की भौतिक अवस्था के बारे में भी ज्ञान होता है? इस समीकरण में उनकी भौतिक अवस्थाओं की कोई जानकारी नहीं है।


रासायनिक समीकरण को अधिक सूचनापूर्ण बनाने के लिए अभिकारकों तथा उत्पादों के रासायनिक सूत्र के साथ उनकी भौतिक अवस्था को भी दर्शाया जाता है। अभिकारकों तथा उत्पादों के गैस, द्रव, जलीय तथा ठोस अवस्थाओं को क्रमशः (g). (1), (aq) तथा (s) से दर्शाया जाता है। अभिकारक या उत्पाद जब जल में घोल के रूप में उपस्थित होते हैं तब हम (aq) लिखते हैं।


अब संतुलित समीकरण (1.9) इस प्रकार होगा:


3Fe(s) + 4H2O(g) → Fe3O4 (s) + 4H2 (g) 

                                                                                     (1.7)


ध्यान दीजिए समीकरण (1.7) में H, O के साथ (g) चिह्न का उपयोग किया गया है। यह दर्शाता है कि इस अभिक्रिया में जल का उपयोग भाप के रूप में किया गया है। प्रायः हर रासायनिक समीकरण में भौतिक अवस्था को शामिल नहीं किया जाता जब तक कि यह आवश्यक न हो। 

रासायनिक समीकरणों को संतुलित करने की इस विधि को हिट एंड ट्रायल विधि कहते हैं क्योंकि सबसे छोटी पूर्णांक संख्या के गुणांक का उपयोग करके समीकरण को संतुलित करने का प्रयत्न करते हैं।